खाद्य और इंधन का धर्मसंकट !
गन्ना, चावल, मक्का, ताड़ या सोयाबीन तेल को इथेनॉल और बायोडीजल के उत्पादन के लिए इस्तेमाल किए जाने का चर्चा आज कल आम है ।»
गन्ना, चावल, मक्का, ताड़ या सोयाबीन तेल को इथेनॉल और बायोडीजल के उत्पादन के लिए इस्तेमाल किए जाने का चर्चा आज कल आम है ।»
लोकतान्त्रिक राष्ट्र की सम्पूर्ण जीवन-चर्या में संविधान आस्था का केन्द्र है. संविधान वो नियमावली है जिस पर राष्ट्र का सा»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानते हैं कि जन-ंमन में आज अगर कोई आशंका है, तो वह क्या है? उसका ही उत्तर है,पूरे मंत्रिमंडल क»
अठारहवीं लोकसभा के मतदान में अठारह वर्ष के करीब दो करोड़ नवपंजीकृत वोटर होंगे। बड़ा दारोमदार इस समूह पर होगा, अगली भारत स»
चीन के कम्युनिस्ट पड़ोसी और शत्रु वियतनाम को नरेंद्र मोदी ने काफी संवेदनशील ढंग से भारत का प्रगाढ़ मित्र बनाया है, खासकर»
वर्तमान विश्व विभिन्न प्रकार के सामाजिक चुनौतियों एवं असमानताओं, आर्थिक विषमताओं, राजनीतिक संघर्षों, धार्मिक-सांस्कृतिक»
पिछले दिनों तीन बातें हुई हैं, लेकिन ज्यादातर ध्यान सिर्फ चुनाव के परिणाम पर दिया गया है। इसे अस्वाभाविक नहीं कहेंगे, क्»
भारत के 21 करोड़ गरीब लोग अब बेहतर जीवन बसर कर पाएंगे। राष्ट्र के 28 राजनैतिक दलों के (भाजपा-विरोधी) 63 नेताओं ने संकल्प»
श्रीनगर घाटी से आयी खबर (29 जुलाई 2023) दैनिकों में खूब शाया हुई। बड़ी भली और नीक लगी। तीन दशकों बाद अल्पसंख्यक शियाओं»
सदियों से अंधेरे महाद्वीप बने रहे अश्वेत अफ्रीका के करोड़ों जन को एक सूत्र में पिरोने वाली जुबान स्वाहिली का आज प्रथम “अ»
संविधान, जिसे भारत में धर्म ग्रन्थ सरिखा सम्मान प्राप्त है, के इतिहास में कई महत्वपूर्ण तिथियां अंकित हैं. ऐसी ही एक तिथ»
यूं तो भारत जब भी पाकिस्तान से जीतता है, बड़ा सुख मिलता है। हम आह्लादित हो जाते हैं। दिन में होली, रात दिवाली मनती है। म»
शरद पवार कब पलटी मार दें ? बताना बड़ा दुष्कर है। उतना ही जितना यह जान लेना कि धोबीपाटा पहलवान ने कब मारा अथवा हत्थे से पत»
विख्यात फ्रांसीसी (स्पेनिश भी) चित्रकार पाब्लो रूज पिकासो की सौ से ऊपर महिला मित्र रहीं। उनमें से एक फ्रांकुवा गिलो का ग»
आखिरकार अरिकंपन पकड़ लिया गया। मगर बेहोश कर दिए जाने के बाद ही। अब केरल से तमिलनाडू सीमावर्ती कुंबुम घाटी के पास कलक्काड»
कानून ने तो अपना कर्तव्य कर दिया। पर असली दंड इन इस्लामी मुजरिमों को कब मिलेगा ? वे हत्या, लूट, जबरन वसूली, फिरौती, डकैत»
अंततः कवि मोहम्मद इकबाल को दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद ने राजनीति शास्त्र के पाठ्यक्रम से हटा ही दिया। बीए के»
कश्मीर घाटी में दो खास परिस्थितियों में ही कहा जा सकता है : “All is well”. पहला है जब मां खीर भवानी के मंदिर में जमा ह»
अमूमन छात्रों द्वारा हंगामा बरपाना तथा तोड़फोड़ करना उनके विरोध-चिंतन को व्यक्त करने का माध्यम रहा है। ऐसे अग्निपथ पर»