गुजरात की पगडंडी
यूरोप-अमेरिका में जो लोकतंत्र है, वह उनकी राजनीति और जीवन रीति में है। वहां के राजनीतिज्ञ भारत के लोकतंत्र को अपने चश्म»
यूरोप-अमेरिका में जो लोकतंत्र है, वह उनकी राजनीति और जीवन रीति में है। वहां के राजनीतिज्ञ भारत के लोकतंत्र को अपने चश्म»
‘ हर रोज कोई न कोई यह बात दोहरा जाता है कि आखिर आपको क्यों जेल में रखा गया है, सरकार छोड़ती क्यों नहीं! मैं कोई उत्तर दे»
आपरेशन सिंदूर से भारत ने पूरी दुनिया को अपनी स्वदेशी रक्षा शक्ति का एहसास कराया है . इस पूरे आपरेशन में ब्रह्मोस ने आतंक»
आपरेशन सिंदूरअभी खत्म नही हुआ है। यह सिर्फ स्थगित हुआ है। लेकिन पाकिस्तान के साथ इस संघर्ष में युद्ध जैसे हालात बने। दुन»
22 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने बैसरन घाटी में खूनी खेल खेला था। आतंकियों ने सरेआम 26 पर्यटकों को मा»
इंदिरा गांधी ने अपने शासनकाल में दो बार देश में इमरजेंसी लगवाई। दूसरी इमरजेंसी 1975 की है। उस काल में एक तरफ प्रधानमंत्र»
जिस इंदिरा गांधी ने सिर्फ अपने पद के लिए इमरजेंसी लगाकर देश पर तानाशाही थोप दी, क्या उन्हें लोकतांत्रिक भी कहा जाना चाहि»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने जम्मू-कश्मीर की बैसरन घाटी (पहलगाम) म»
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों पर पाकिस्तानी आतंवादियों ने कायराना हमला किया है .इस हमले में 27 पर्यटकों»
शाह आयोग की रिपोर्ट यह बताती है कि इमरजेंसी लगाने के लिए प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने परत-दर-परत गलतबयानी की। राष्ट्रपत»
डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ से सोमवार को दुनियाभर के शेयर बाजार एकदम से अपने निचले स्तर पर आ गया . नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का न»
लोकसभा में वक्फ बोर्ड के कानून में संसोधन का प्रस्ताव पेश कर दिया गया है . नया बिल वक्फ की संपत्तियों के बेहतर इस्तेमाल»
बारह जून 1975 को एक ही प्रश्न पूरे देश में घुमड़ रहा था कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें राहत न दी तो क्या प्रधानमंत्री इंद»
इमरजेंसी के 50 साल पूरे हो रहे हैं। देश में इमरजेंसी की घोषणा को इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र के बचाव में मजबूरन उठाया गया क»
हाई कोर्ट जज एक संवैधानिक पद है. इनकी नियुक्ति एक तय प्रक्रिया के तहत होती है. हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज औ»
भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय ने एक रिपोर्ट जारी की है। यह 2024 के अध्ययन पर आधारित है। देश भर में पंचायतें कैसा का»
बड़ी और युवा आबादी के देश भारत में रोजगार की उपलब्धता एक संकट है और बहस-विमर्श का विशिष्ट मुद्दा भी. पिछले दिनों एक कार्य»
राष्ट्रीयता का सार शिक्षा के ध्येय में आत्मसात है. देश नई सदी में परिवर्तन के नित नये आयामों के समक्ष अपने लोकतान्त्रिक»
केंद्र सरकार आयकर से जुड़े क़ानून में नए स्तर पर बदलाव करने जा रही है. यह इनकम टैक्स एक्ट-1961 में होने वाला एक बड़ा बदल»