यूपी के मुगल सराय में भाजपा सांसद अमित शाह ने विपक्ष को जमकर लताड़ा। उन्होंने एनआरसी मुद्दे पर विपक्ष से अपनी राय जाहिर करने को कहा। शाह ने कहा कि विपक्ष को बताना चाहिए कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से निकालना चाहते हैं या नहीं। अमित शाह मुगल सराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे। यहां उनके साथ केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। अब मुगलसराय जंक्शन को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम से जाना जाएगा। यह जंक्शन पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सटा हुआ है, लेकिन यह चंदौली जिले में आता है।
शाह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकालने के लिए एनआरसी की यह व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि बीते यह काम पहले ही किया जाना चाहिए था लेकिन नहीं हुआ। मंच से कांग्रेस पर हमला बोलते हुए शाह ने पूछा कि क्या अपने देश से घुसपैठियों को निकालना गलत है?
शाह ने पिछड़े वर्ग बिल को लेकर भी कांग्रेस से सवाल पूछा। उन्होंने कहा, “मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि वो राज्यसभा में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के बिल को पास करने में समर्थन देंगें या नहीं।’ इसके बाद उन्होंने कहा कि कोई पार्टी साथ दे या न दे लेकिन भाजपा पिछड़े वर्ग को अधिकार देकर रहेगी।
इसके बाद शाह ने एमएसपी के मुद्दे पर अपनी बात रखी और कहा कि जो काम पिछले 70 साल में नहीं हो पाया वो भाजपा ने कर दिखाया। पीएम मोदी ने किसान को फसल की लागत से डेढ़ गुना मूल्य देने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि बहुत सी सरकारें आईं और गईं पर कोई सरकार ये फैसला नहीं ले पाई। शाह ने इसके अलावा आयुष्मान भारत की उपलब्धि भी गिनवाई, इसके तहत मोदी सरकार 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा देती है।
शाह ने मंच पर उपस्थित मनोज सिन्हा की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बीएचयू को एम्स की तरह की बड़ी स्वास्थ्य सुविधाएं दी हैं, जिसका सीधा लाभ यूपी की जनता को मिलेगा। उन्होंने सपा-बसपा पर हमला बोलते हुए कहा कि बुआ भतीजे की सरकार ने पिछले 15 सालों के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में भी यूपी को काफी पीछे धकेल दिया था।
इसके बाद शाह ने यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर बात रखी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने यूपी को पिछले 15 सालों से चले आ रहे माफिया राज से मुक्ति दिलाई है, हर जिले के इनामी बदमाशों को पकड़कर या तो जेल में डाल दिया गया है या फिर एनकाउंटर कर दिया गया। जिसके चलते प्रदेश के माफियाओं में योगी सरकार का डर दिखाई दे रहा है।