पश्चिमोत्तर यूरोप में बसे पौने दो करोड़ आबादी वाले राष्ट्र दि नीदरलैंड के प्रस्तावित दक्षिणपंथी उग्रवादी प्रधानमंत्री साठ-वर्षीय गीर्ट वाइल्डर्स का ऐलान है कि सत्ता संभालते ही उनका प्रथम निर्णय होगा मुस्लिम शरणार्थियों को देश से निकाल बाहर करो। मोरक्को को गीर्ट वाइल्डर्स शत्रु मानते हैं। क्योंकि घुसपैठिए वहीं के हैं। ठीक ऐसा ही गत माह इस्लामी पाकिस्तान ने अफगन मुसलमानों के साथ किया था। गीर्ट का सार्वजनिक निर्धार है कि वे कुरान पर रोक लगा देंगे। इसकी वे एडोल्फ हिटलर के “मेन कैंफ” (आत्मकथा : मेरा संघर्ष) ? से समता करते हैं। उनका अगला बड़ा कदम होगा कि यूरोपीय यूनियन छोड़ देना, जैसे ब्रिटेन ने छोड़ा था। इसे वे “नेक्सिट” (नीदरलैंड क्विट्स) कहते हैं। यूरोप के सभी राष्ट्रीय राजधानियों में इस घोषणा से सियासी भूडोल आ गया है।
इस्लाम को वे ईसाई नीदरलैंड के लिए घातक मानते हैं। नई मस्जिद निर्माण पर पाबंदी आयत होगी और पुराने को तोड़ डाला जाएगा। उनकी इस सोच और मानसिकता का कारण इंडोनेशिया है जो विश्व का सबसे बड़ा इस्लामी मुल्क है। जब ब्रिटेन ने भारत को अपना उपनिवेश बना रखा था, तो नीदरलैंड ने इंडोनेशिया पर अपना राज कायम किया था। यूरोप के अन्य देशों में भी मुस्लिम शरणार्थी, खास कर रोहिंगिया, के विरुद्ध माहौल बनता जा रहा है।
उनकी चुनावी विजय पर वाइल्डर्स को सर्वप्रथम बधाई देने वालों में वे सभी यूरोपियन नेता हैं जो घोर इस्लाम-विरोधी हैं। इनमें सर्वप्रथम हैं श्रीमती सोनिया गांधी की जन्मभूमि इटली की ‘‘ब्रदर्स आफ इटली‘‘ पार्टी की 45-वर्षीया अध्यक्षा जियार्जी मेलोनी हैं जो मुसोलिनी की प्रशांसिका हैं। वे छात्र नेता थी तभी से घोर कौमपरस्त हैं, जो घृणा की घात्री हैं। मेलोनी नई दिल्ली जी-20 (9-10 सितंबर 2023) आई थीं। तब उन्होंने नरेंद्र मोदी की प्रशंसा में कहा था : “बड़े प्रिय और लोक लुभावन जननेता हैं।”
एक रोमन कैथोलिक परिवार में पले-बढ़े वाइल्डर्स ने वयस्क होने पर चर्च छोड़ दिया था। एक युवा के रूप में उनकी इज़राइल यात्रा ने उनके राजनीतिक विचारों को बल दिया। वाइल्डर्स ने अपनी पार्टी रूढ़िवादी-उदारवादी वीवीडी के लिए भाषण लेखक के रूप में काम किया। बाद में उन्होंने पार्टी नेता फ्रिट्स बोल्केस्टीन के संसदीय सहायक के रूप में कार्य किया। तुर्की के यूरोपीय संघ में शामिल होने पर पार्टी की स्थिति पर असहनीय मतभेदों का हवाला देते हुए, उन्होंने 2004 में अपनी पार्टी, पार्टी फॉर फ्रीडम बनाने के लिए वीवीडी छोड़ दिया था।
वाइल्डर्स ने “नीदरलैंड के इस्लामीकरण” को रोकने के लिए अभियान चलाया है। वह मुस्लिम देशों से आप्रवासन समाप्त करना चाहते हैं। वाइल्डर्स 2008 में इज़राइल में आयोजित “फेसिंग जिहाद” सम्मेलन में एक वक्ता थे। इस्लाम पर उनके विचारों को प्रदर्शित करने वाली 2008 की उनकी विवादास्पद फिल्म, “फितना” को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित रही। मीडिया द्वारा उन्हें इस्लामोफोब के रूप में वर्णित किया गया था।
वाइल्डर्स सदैव बड़े आत्मविश्वासी रहे। मार्च 2009 में, वेनलो में एक पार्टी बैठक में, वाइल्डर्स ने कहा था : “मैं प्रधान मंत्री बनना चाहता हूँ।” उनका मानना था कि पीवीवी अंततः नीदरलैंड की सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। “किसी समय ऐसा होने वाला है और तब प्रधान मंत्री पद को पूरा करना एक बड़ा सम्मान होगा”।
जनमत संग्रह से संकेत मिला था कि पार्टी फॉर फ्रीडम सबसे लोकप्रिय संसदीय दल था। सर्वेक्षणों में अनुमान लगाया गया कि पार्टी राष्ट्रीय वोट का 21% हासिल करेगी और डच संसद में 150 में से 32 सीटें जीतेगी। ऐसे में वे नीदरलैंड का प्रधानमंत्री बन सकते हैं। इसका आंशिक कारण उनके नफरतभरे भाषण हैं।
वाइल्डर्स एक विवादास्पद व्यक्ति हैं। विश्व समाचार मीडिया में उनके बारे में परस्पर विरोधी राय है। नीदरलैंड में अपनी प्रतिष्ठा के बारे में, वाइल्डर्स ने 2009 में कहा था, “आधा हॉलैंड मुझसे प्यार करता है और आधा हॉलैंड मुझसे नफरत करता है। बीच में कोई नहीं है।”
वाइल्डर्स की तुलना इस्लाम के आलोचक, उच फिल्म निर्माता थियो वान गॉग से भी की गई है। वह अपने आलोचकों के बोलने की आजादी के अधिकार का समर्थन करते हैं और कहते हैं कि “एक इमाम जो एक राजनेता को मरवाना चाहता है, चाहे वह कितना भी निंदनीय हो, उसे ऐसा कहने की अनुमति है”। उन्होंने आलोचकों की नस्लवाद और इस्लामोफोबिया की टिप्पणियों का जवाब देते हुए कहा : “मैं मुसलमानों से नफरत नहीं करता। मैं उनकी किताब और उनकी विचारधारा से नफरत करता हूं।”
न्यूयार्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 11 सितंबर 2001 को हमले के निकट एक भीड़ को वाइल्डर्स ने संबोधित किया : “यहीं पर हमें रेखा खींचनी है। हमें कभी भी उन लोगों को खुली छूट नहीं देनी चाहिए जो हमें अपने अधीन करना चाहते हैं,” वाइल्डर्स ने कहा। “यह रेखा खींचिए ताकि न्यूयॉर्क कभी भी न्यू मक्का न बने।” वे बुर्का पर प्रतिबंध के पक्षधर हैं।
हेग में एक पार्टी बैठक के दौरान, उन्होंने अपने समर्थकों से पूछा : “क्या आप इस शहर में और नीदरलैंड में, अधिक या कम मोरक्को चाहते हैं ? ” जिसका उन्होंने नारा लगाया “कम ! कम !” वाइल्डर्स की प्रतिक्रिया थी “फिर हम इसे ठीक कर देंगे”।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोआन ने एर्दोआन के खिलाफ अक्टूबर 2020 में ट्वीट्स की एक श्रृंखला पोस्ट करने के बाद वाइल्डर्स पर मुकदमा दायर किया था। उन्होंने नाटो से तुर्की को ब्लॉक से बाहर निकालने का आग्रह किया। वाइल्डर्स ब्रिटिश प्रधान मंत्री मार्गरेट थैचर को अपना सबसे बड़ा राजनीतिक आदर्श मानते हैं। वाइल्डर्स ने बड़े पैमाने पर इज़राइल का समर्थन किया है। उन देशों की आलोचना की है जिन्हें वह इज़राइल का दुश्मन मानता है।