हुजूर, अपनी इज्जत बचाइये!
यतो धर्मस्ततो जयः अर्थात् जहाँ धर्म है, वहां जय है. इस ध्येय वाक्य के साथ स्वतंत्र भारत में न्यायपालिका की स्थापना हुईं,»
यतो धर्मस्ततो जयः अर्थात् जहाँ धर्म है, वहां जय है. इस ध्येय वाक्य के साथ स्वतंत्र भारत में न्यायपालिका की स्थापना हुईं,»
नागरिक की स्वतंत्रता तथा उसके नैसर्गिक अधिकारों की स्थिर गरिमा एवं मानव समाज में स्थापित शुचिता वे आधारभूत सिद्धांत है ज»
भारत विश्व का सर्वाधिक युवा देश है, जहाँ जनसंख्या का लगभग 66 फीसदी आबादी यानि 808 मिलियन लोग 35 वर्ष से कम आयु के हैं. ज»
लोकसभा चुनाव में नए कलेवर में एक पुराना विवाद अब वागवितंडा के आयाम लिए सर्जा है। बांग्लाभाषियों का आग्रह है कि नेताजी सु»
इस बार के लोकसभा चुनाव में राष्ट्र के सबसे खास दामाद रॉबर्ट वाड्रा अदृश्य हैं। पिछली बार अमेठी मे बड़े सक्रिय थे। नेहरू-प»
अमूमन हर चुनाव की ऐन बेला पर किसी न किसी राजनेता का यौन प्रकरण उछलता ही रहता है। इस बार तृणमूल सांसद लावण्यवती महुआ मोइ»
2024 के आम चुनाव की तैयारियों ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है. इस रणभूमि की मौजूदा स्थिति यह है कि सत्तापक्ष अपने कील-कां»
उन इस्लामी प्रबुद्धजनों का साथ हर देशप्रेमी भारतीय को देना चाहिए जिन्होंने (4 मार्च 2024) को एक जन-अभियान चलाया। इसमें»
न्यायपालिका राजनीतिक प्रक्रिया का एक ऐसा अंग है जो सरकार या सत्ता के हाथों में राजनीतिक शक्ति के अत्याधिक संकेन्द्रण की»
कैसा लगेगा अगर जन्माष्टमी पर मथुरा खामोश, बिना उत्सव के हो जाए। अयोध्या में रामनवमी न मनाई जाए ! ठीक यही दृश्य आज है बेथ»
शायद भाजपायी राजनेताओं का ही भाग्य रहा कि दकियानुसी हिंदूवादी अवधारणाओं को समूल तोड़ें। वर्ना उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदे»
द्वितीय विश्वयुद्ध की घोषणा होने पर यूनाइटेड किंगडम के मंत्रिमंडल की बैठक हुई. प्रधानमंत्री चर्चिल ने सभी मंत्रियों से अ»
वर्तमान लोकतांत्रिक राज्य व्यवस्था के अंतर्गत लोक प्रशासनिक सेवाएं सरकार एवं शासन सत्ता की और राजनीतिक तथा और निर्वाचित»
अब तो श्री बनवारीलाल पुरोहित को पंजाब राज्यपाल पद से तत्काल त्यागपत्र दे देना चाहिए। सात महीनों में दूसरी बार सर्वोच्च न»
तीन तलाक के खिलाफ जंग में (1 नवंबर 2023) से तीसरा आयाम भी जुड़ गया है। पहला था शाह बानो की गुजारा भत्ता की लड़ाई वाला।»
चंद्रयान, G-20 के चमक-दमक से लेकर नारी शक्ति वंदन बिल के शोर में घोसी उपचुनाव की हार की समीक्षा दब गईं या सत्ताधारी दल द»
हर देशभक्त और आस्थावान मुसलमान का धन्नीपुर (अयोध्या) में निर्माणाधीन मस्जिद का वास्तुशिल्प और स्वीकृत-नाम बदल डालने से म»
कई वर्षों बाद काशी में कल (15 सितम्बर 2023) भगवान विश्वनाथ के दर्शन मुझे हुए। शिवलिंग को स्पर्श करने का पुण्य भी मिला।»
कम्युनिस्ट चीन भी अब भली-भांति समझ गया कि भारत आज 1962 वाला नही है, जो वह धमकियों से खौफ और संत्रास में पड़ जाए। चीन ने»