अयोध्या आंदोलन के नायक नानाजी
महाराष्ट्र के हिंगोली जिले के कडोली कस्बे में जनमे चंडिका दास अमृत राव देशमुख को दुनिया नानाजी देशमुख के नाम से जानती है»
महाराष्ट्र के हिंगोली जिले के कडोली कस्बे में जनमे चंडिका दास अमृत राव देशमुख को दुनिया नानाजी देशमुख के नाम से जानती है»
जाने-माने पत्रकार भानुप्रताप शुक्ल ने अपने जीवन के अंतिम दिनों में एक राज खोला। वह यह कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक सं»
सनातन संस्कार और अपने तमाम प्रतीकों के सहारे लगातार भारत भूमि पर अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करते हुए अपने सफर में सनातन»
डा. अरविंद दुहन सिर्फ नाम नही। यह पहचान है आयुर्वेद की। यह पहचान है युवा जोश की। यह पहचान है असाध्य बीमारियों से दो-दो ह»
मानवाधिकार की दमदार आवाज़ अनंताकाश के मौन मे डूब गई। वे बेजुबानो की आवाज थे। खुद चरैवेति-चरैवेति ऋषि परंपरा के अनिकेत थे»
इंद्रियाँ है तो उसे रस तो चाहिए ही। रसहीन तो बेरस होता है। सोमपाई तो हमारे पुरखे थे। सोमरस से मिले अद्भुत आनंद का गान अथ»
आबोहवा में उदासी घुली है। बेदर्द वक्त की ध्वनियों में असहायता के स्वर है। ह्दय में अकेलेपन के दर्द की उठती लहरियां है। स»
आफत के काल में सांसत के रेले है। फिर भी दम-ब-दम बेदम होने के बाद भी दम शरीर में बना हुआ है। कोरोना के पूर्व प्राण पखेरू»
यह महासंकट का समय है। ऐसे समय में मनोवृति कैसे बदल जाती है इसे यह घटना बताती है एक सौ चैदह साल पुरानी बात है। महात्मा गा»
मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्थित रिलायंस पावर प्लांट के ऐश डैम हादसे को मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गंभीरता से ल»
हमरे बगिया में रंग-रंग के आम, महुआ, जामुन, कटहर, बडहड, इमली, कैथा, बईर, जंगल जलेबी, ढेरा, सिंहोर, बांस, चिलबिल अउर बेल आ»
अभी तक हमने अर्जुन के विषाद योग को देखा। जब अर्जुन जैसी ऋजुता(सरल भाव) और हरिशरणता होती है, तो फिर विषाद का भी योग बनता»
अर्जुन अहिंसा ही नहीं, सन्यास की भाषा भी बोलने लगा। वह कहता- इस रक्त लांक्षित क्षात्र-धर्म से सन्यास ही अच्छा है। परंतु»
रामायण और महाभारत हमारे राष्ट्रीय ग्रंथ हैं। उसमें वर्णित व्यक्ति हमारे लोकजीवन में रच बस गए है। राम सीता धर्मराज द्रोपद»
‘अहो! अयोध्या’ ऐसी पुस्तक है जो आपको अयोध्या की यात्रा पर ले जाती है। इस यात्रा का हर पड़ाव नया कुछ जानने सम»
भारत की सांस्कृतिक विरासत को वैभवपूर्ण बनाने की परंपरा में अयोध्या से निकले वनवासी श्रीराम की यात्रा मील का पत्थर है। १४»
पिछले सप्ताह दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र में दूसरा अयोध्या पर्व मनाया गया। यह पर्व 28,29 फरवरी और 1 मार»
चीन में मनुष्य और पशुओं के बीच का संबंध जैसे-जैसे बदल रहा है, वहां पशुजनित बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। पिछले कुछ दशकों मे»
भारतीय समाज की ऊर्जा लौट रही है और भारत की आत्मा जाग रही है। अयोध्या विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय में जो बहस हो रही»