चुनौती नदी बचाने की
सद्गुरु जग्गी वासुदेव का नदी अभियान विनोबा के भूदान आंदोलन सरीखा है। विनोबा ने तब के सबसे बड़े सवाल पर जनमत जगाया»
सद्गुरु जग्गी वासुदेव का नदी अभियान विनोबा के भूदान आंदोलन सरीखा है। विनोबा ने तब के सबसे बड़े सवाल पर जनमत जगाया»
उस समय भी रिलायंस ने सरकार में कितनी गहरी सुरंग बिछा ली थी यह जानने के लिए विश्वनाथ प्रताप सिंह की पुस्तक ‘मंजिल से ज्या»
लगभग सौ वर्ष पूर्व 1917 में रूस में साम्यवादियों को सत्ता प्राप्त हुई थी। उससे पहले यूरोप में भी कार्ल मार्क्स और उनकी स»
अभी यूरोपीय जाति की शक्ति का आधार उसकी आर्थिक समृद्धि नहीं, उसकी प्रतिनिधि शक्ति अमेरिका की सामरिक अजेयता है। दूस»
अभी चंद वर्षों पहले तक जो हाथ नक्सलियों की कंगारू कोर्ट में सरेआम तड़प कर मरने से बचने या अपने परिवारों की महिला सदस्यों»
ये सिर्फ ईंट – पाथर की इमारत भर नही है | ये स्थान सदियों की साधना, तप की अध्यात्मिक ऊर्जा से अभिसिंचित है | ये वैद»
महात्मा गांधी को समझने-समझाने के चौथे चरण की शुरूआत 2014 से हो चुकी है। 1948 से 2013 तक तीन चरण पूरे हुए हैं। पहले चरण म»
अक्टूबर,2017 के दूसरे सप्ताह में जब वाशिंगटन से कार्यरत इंटरनेशनल फ़ूड पालिसी रिसर्च इंस्टीच्यूट ने जब यह रिपोर्ट»
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू कुछ महीने पहले भारत के दौरे पर आये थे |लेकिन पता नहीं ये बात कितने लोग»
अभी कुछ दिन पहले क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने पकिस्तान के नए प्रधानमन्त्री के रूप में शपथ ली |उन्होंने र»
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के मेट्रो शहरों को ही नहीं, बल्कि दूर-दराज के गांवों को भी स»
राजीव गांधी की छब्बीसवीं बरसी पर भी यह सवाल बना हुआ है कि उनकी हत्या की साजिश में कांग्रेस के किन-किन ने मदद की। इसके लि»
बिहार में मुज़फ़्फ़रपुर के एक बालिका गृह में 34 बच्चियों के साथ यौन शोषण के मामले में शनिवार शाम 21 अधिकारियों को निलंबि»
देश की जानी-मानी एयरलाइंस जेट एयरवेज़ के हालात क्या इस ओर इशारा कर रहे हैं कि भारत की एविएशन इंडस्ट्री ख़तरे में है. मीड»