कांग्रेस के दो नारे ‘1935 का एक्ट नहीं चाहिए’ और ‘वयस्क मताधिकार पर संविधान सभा चाहिए’
कांग्रेस ने संविधान सभा के लिए अभियान चलाया। हर मंच से मांग की। 19 नवंबर 1939 को गांधी जी ने हरिजन में लिखा कि अगर वयस्क»
कांग्रेस ने संविधान सभा के लिए अभियान चलाया। हर मंच से मांग की। 19 नवंबर 1939 को गांधी जी ने हरिजन में लिखा कि अगर वयस्क»
हमें यह जानना चाहिए कि संविधान की रचना का विचार कैसे पैदा हुआ और कब हुआ। कांग्रेस ने सबसे पहले मई 1934 में संविधान सभा क»
डा. राम मनोहर लोहिया कहते थे कि अंग्रेजों के बनाए प्रशासन तंत्र को हम जैसा का तैसा चला रहे हैं। 1909 में गांधी जी ने भी»
हिन्दू को एक पंथ तक सीमित करना और हिन्दुओं को बांटने की अंग्रेजों की चाल को हमारे महापुरूषों ने न समझा हो ऐसा नही है। अन»
अंग्रेजों ने अंग्रेजी शिक्षित वर्ग की सोच बदलने के लिए आर्य जाति के सिद्धांत का खूब उपयोग किया। सर हेनरी मेन का एक भाषण»
अंग्रेजों ने भारत की आजादी को केवल ‘सत्ता का हस्तांतरण कहा। यही हमें बताया और समझाया गया। बार बार दोहराया गया। अफसोस यह»
15 मार्च 1948 को रचनात्मक कार्यकर्ता सम्मेलन में कृपलानी का भाषण हुआ। कृपलानी अपने उस भाषण में पुराने विचार और तरीकों का»
आज से ठीक 47 साल पहले 25 जून 1975 को भारत में आपातकाल लागू करने की घोषणा की गई थी| यह आपातकाल पूरे देश में 21 महीने के ल»
संभवत: ऐसा कोई भी व्यक्ति इस पृथ्वी पर अब नहीं मिलेगा जो योग से अपरिचित हो। इसका श्रेय किसी योगी या महायोगी को नहीं जाता»
क्वाड नेताओं ने जापान में संपन्न सम्मेलन में एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया |यह बया»
भारत सरकार ने यूक्रेन में फँसे भारतीयों को वापस बुलाने के लिए समय समय पर कई एडवाइज़री जारी की हैं | वहाँ से छात्रों को भ»
वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय की पुस्तक ‘भारतीय संविधान-अनकही कहानी’ में नेहरू की तानाशाही रूख की कहानी भी दर»
हम अन्यत्र यह उल्लेख कर चुके हैं कि किस तरह भारत सरकार की गलत आयात नीति के कारण कृषि के क्षेत्र में उत्पादन तथा उत्पादको»
यह तो कहीं-कहीं छपा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि पटेल जयंती आयोजित करने वाला म»
कभी-कभी सरकारी निर्माण के लिए या सार्वजनिक संस्था के लिए किसान की जमीन ली जाती है। इस तरह अधिग्रहण की गयी जमीन का बाजार»
संयुक्त प्रांत के दौरे में प्रयाग के विद्यार्थियों की ओर से मुझे नीचे लिखा पत्र मिला थाःयद्यपि विद्यार्थियों की एक सभा म»
किसानों को सहायता देने के लिए निर्मित हुई कृषि उपज मंडियां उनके शोषण, उनके साथ धोखेबाजी तथा बेईमानी की मंडी बन रही है। र»
देहरादून से एक विद्यार्थी का हिन्दी में लिखा पत्र मिला है। उसका सार इस प्रकार हैःहमारे कालेज के छात्रावास में अब»
एक संवादाता ने मेरे पास कराची के एक विवाह समारोह के समाचार भेजे हैं। कहा गया है कि वहां एक धनवान सेठ श्री लालचंदज»