वैचारिक उपनिवेश का नया नाम है आधुनिकता
हर समय की अपनी समस्याएं होती हैं, जिनकी जड़ें नजदीक या दूर के इतिहास में पाई जाती हैं। इसलिए उस समय पर ध्यान दिया»
हर समय की अपनी समस्याएं होती हैं, जिनकी जड़ें नजदीक या दूर के इतिहास में पाई जाती हैं। इसलिए उस समय पर ध्यान दिया»
अभी तो सिर्फ शुरुआत ही हुई है। बहुत पहले ही यह हो जाना चाहिए था। आश्चर्य तो इस बात पर है कि किसी प्रधानमंत्री को»
सचमुच बहस इसे कहते हैं जो अब छिड़ी है। ‘बहस’ अरबी शब्द है। हिन्दी में खप गया है।लेकिन इसका मतलब अपने–अपने माफिक ल»
बृजकिशोर शर्मा ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द का संविधान की उद्देशिका में समावेश करने का केवल इतना अर्थ हुआ कि हमने नामपट्ट मे»
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कर्मचारियों को प्रमोशन में आरक्षण के मामले में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने सुनवा»
संवैधानिक आधार पर महिलाओं की खतना प्रथा को परखा जाएगा। उच्चतम न्यायायलय दाउदी बोहरा मुसलमानों में महिलाओं की खतना प्रथा»
लोकतंत्र की जन्मभूमि है भारत सुभाष कश्यप संविधान सभा में भी, और उसकी समितियों में काफी वाद-विवाद हुआ। इस वाद-विवाद के बा»
सुप्रीम कोर्ट में आज सोमवार को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 35A के ख़िलाफ़ दायर याचिकाओं की»
2010 के आईएएस टॉपर शाह फ़ैसल ने भारतीय संविधान में कश्मीर पर अनुच्छेद 35 ए के प्रावधान को लेकर कहा है कि अगर इसे ख़त्म क»