संविधान

संविधान-75

यह तारीख सचमुच ऐतिहासिक है, 1949 का 26 नवंबर। संविधान के सपने के पूरे होने का यह दिन है। सबसे पहले लोकमान्य बालगंगाधर ति»

जाति-आधारित श्रम विभाजन मौलिक अधिकारों का उल्लंघन

सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एतिहासिक फैसले में  कई राज्यों की जेल नियमावलियों को निरस्त कर दिया, जो “जातिगत भेद को बढ़ावा द»

मोदी सरकार की संवैधानिक यात्रा का वर्णन करती पुस्तक ‘CONSTITUTION JOURNEY AN OVERVIEW FROM 2014-2024’

लोकसभा का चुनाव चल रहा है। भारतीय जनता पार्टी अपने दस साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा जनता के सामने रख रही। मोदी सरकार अपने»

संवैधानिक अधिकारों एवं कर्तव्यों के असंतुलन से उपजा संघर्ष

देश संकट में है. ये संकट धार्मिक टकराव का है जो तत्क्षण पैदा नहीं हुआ. यह एक लंबी विवादास्पद ऐतिहासिकता की उपज हैं. इस स»

संविधान के प्रधान निर्माता बेनेगल नरसिंह राव 

पढ़ने वालों को अटपटा लग सकता है लेकिन यह तथ्य सच है। समाज और राजनीति में जो तथ्य प्रचलित है,उसमें यह नाम कहीं दब सा गयाह»

“रामो विग्रह वान धर्म: साधू सत्य पराक्रम:।”  राम कोई व्यक्ति नहीं राम व्यक्तित्व हैं – स्वामी विजय कौशल जी

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के पक्ष में जिस समय निर्णय आया उसी समय सृष्टि में युग का परिवर्तन हो गया। इस समय कलिकाल चल रहा है»