पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री एवं तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान को इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर गिरफ्तार कर लिया गया है। प्राप्त सूचना के अनुसार उन्हें पाक रेंजर्स ने गिरफ्तार किया है। असल में इमरान जब अल-कादिर ट्रस्ट मामले में पेशी के लिए हाईकोर्ट पहुंचे, तभी उन्हें पाक रेंजर्स ने अपनी गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मेडिकल जांच के लिए उन्हें इस्लामाबाद के पॉली क्लिनिक लाया गया। इसके लिए सात सदस्यीय मेडिकल बोर्ड गठित किया गया है।
इस कार्यवाही को इमरान खान के विरुद्ध आईएसआई की नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है. हाल ही में इमरान ने आईएसआई के अधिकारी नसीर पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने वजीराबाद में उनकी हत्या की साजिश रची गई थी। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने इमरान खान के आरोपों का खंडन किया था। बाद में पुनः सोमवार को ही इमरान ने एक वीडियो जारी कर फिर से अपने आरोप दोहराए थे। इसके पश्चात् ही उन्हें अदालत से गिरफ्तार कर लिया गया।
इमरान की गिरफ्तारी के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। कोर्ट के बाहर भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है। बताया यह भी जा रहा है कि इमरान खान के वकील और समर्थकों से मारपीट भी की गई है। इस गिरफ्तारी के विरोध में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने पाकिस्तानी जनता से सड़कों पर उतरनें और पूरे मुल्क में प्रदर्शन करने की अपील की है। वे जनता से जेहाद करने की बात कर रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान के हालात गृह युद् की तरफ बढ़ रहे हैं।प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी गई है।
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरे देश में जगह-जगह पर पीटीआई के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जगह-जगह आगजनी और तोड़फोड़ जारी है। इस बीच पीटीआई ने इमरान खान का एक रिकॉर्डेड वीडियो जारी किया है जिसमें इमरान खान कह रहे हैं कि उन्हें पहले से पता था कि गलत केस में फंसाकर गिरफ्तार किया जा सकता है।
इमरान खान को गर्दन से घसीटकर गाड़ी में ले जाया गया। पीटीआई के एक और नेता अजहर मसवानी ने आरोप लगाया कि रेंजर्स द्वारा अदालत के अंदर से 70 वर्षीय इमरान खान का अपहरण किया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने देश भर में प्रदर्शन का तत्काल आह्वान किया है। पार्टी के एक अन्य नेता ने ट्विटर पर वीडियो संदेश में कहा कि वे इमरान खान को प्रताड़ित कर रहे हैं। वे खान साहब को पीट रहे हैं। उन्होंने खान साहब के साथ कुछ किया हैl
यह एक तरह से सेना की तरफ से सभी को संदेश है कि उसके खिलाफ बोलने की इजाजत नहीं। यह गिरफ्तारी कोर्ट परिसर में हुई, इससे कोर्ट को सेना ने संदेश देने की कोशिश की है। इमरान खान लगातार पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तान की खुफिया एंजेंसी आईएसआई पर हमला बोल रहे थे। जबकि यही इमरान खान कभी पाकिस्तानी सेना के दुलारे थे।
मीडिया सूत्रों के अनुसार रेंजरों ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए खिड़कियां तोड़ दीं। इस गिरफ्तारी के बाबत इस्लामाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान चीफ जस्टिस ने पूरे घटनाक्रम पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आज जो हुआ, वह अक्षम्य है। मैं इसकी तह तक जाऊंगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं फेर सकते। सब कुछ कानून के मुताबिक होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम किसी को भी नहीं बख्शेंगे। उधर न्यायालय के समक्ष आईजी ने कहा कि NAB के पास गिरफ्तारी का वारंट था। वारंट की कॉपी कोर्ट के सामने पेश कर दी गई है। जबकि इमरान के वकील ने आरोप लगाया कि यह गिरफ्तारी पूरी तरह से गैर कानूनी है।
इस्लामाबाद कोर्ट ने पाकिस्तान के गृह सचिव को फौरन पेश होने का निर्देश जारी किया है। हाईकोर्ट में आईजी की पेशी हुई लेकिन गृह सचिव नहीं मौजूद थे। इसपर कोर्ट ने गहरी नाराजगी जताई और गृह सचिव को पेश होने का निर्देश दिया।
दूसरी तरफ पाकिस्तान सरकार में मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि इमरान खान ने देश के खजाने को लूटा और खजाना लूटने के अपराध के कारण ही इमरान खान गिरफ्तार हुए। कोर्ट ने उन्हें पेशी के लिए कई बार नोटिस भेजा लेकिन वो पेश नहीं हुए इसीलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया।