नील, नील की खेती, रस्सी, पलगं के प्रकार।
जल के स्त्रोत, गावं की अर्थव्यवस्था
कृष्ण की तीन क्रांतियां
भारत एक उद्याग प्रधान देश रहा है; कृषि प्रधानता तो गाँव की अर्थव्यवस्था थी। बाहर की चीजों के लिए, बाहर का पैसा होना चाहिए, गाँव का नही।
गाँव की रौनक, पटले से लेकर चक्रवर्ती सम्राट की व्यवस्था, 6 चक्रवर्ती सम्राट – मगध, उज्जनै , हस्तिनापुर, गांधार, कामाख्या और दक्षिण का, गौंड़ो के वर्तमान में 15 राजा और 65 सामंत राजा, कोली समाज का बटवारा आरै वर्तमान पद्धतियां गाँव के पटेल का चुनाव, सर्वसम्मति वाली व्यवस्था।