वियतनाम है नाम उस दोस्ती का ! भारत जिसे कभी नहीं तोड़ेगा !!

चीन के कम्युनिस्ट पड़ोसी और शत्रु वियतनाम को नरेंद्र मोदी ने काफी संवेदनशील ढंग से भारत का प्रगाढ़ मित्र बनाया है, खासकर»

मानव-स्वतंत्रता के दो स्तम्भ ! भारत और फ्रांस का संगम !!

अगले महीने गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली आकर फ्रांसीसी राष्ट्रपति एक कीर्तिमान रचेंगे। फ्रांस अकेला गणरा»

सेसून लाइब्रेरी : यहूदी धरोहर ! यूनेस्को ने पुरस्कृत किया !!

पुरानी पुस्तकों और प्राचीन इमारतों को पसंद करने वाले हर व्यक्ति को यह खबर अच्छी लगेगी। संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, वैज्ञानिक»

शांतिदूत इशू की जन्मभूमि थी ! बम बरस रहे, लाशें बिछ रही हैं !!

कैसा लगेगा अगर जन्माष्टमी पर मथुरा खामोश, बिना उत्सव के हो जाए। अयोध्या में रामनवमी न मनाई जाए ! ठीक यही दृश्य आज है बेथ»

सांसदों के निष्कासन से रोष था ! सांसद की मिमिक्री से उड़ गया !!

तृणमूल कांग्रेस के 66-वर्षीय नेता कल्याण बनर्जी विगत पंद्रह वर्षों से लोकसभा सदस्य हैं। मगर इतनी चर्चा में कभी नहीं आए ज»

पुष्पा भाभी को व्यास सम्मान ! स्व. धर्मवीर भारती याद आए !!

हर साहित्यप्रेमी बिड़ला फाउंडेशन का आभारी होगा कि उन्होंने विख्यात लेखिका पुष्पा भारती जी को इस वर्ष के “व्यास सम्मान” से»

शिक्षा पर उपदेश न दें राजनेता ! पवार ने जाना, बेतुकी कहकर !!

राजनेताओं को शैक्षणिक विषयों पर तभी बोलना चाहिए जब वे स्वयं उच्च शिक्षा याफ़्ता हो। अर्थात कोई कम पढ़ा मंत्री ज्ञान की बात»

ब्रिटिश  शासन की चुनौतियों के सामने मुसलमानों की प्रतिक्रिया

अगर हर रास्ता स्वाधीनता की मंजिल की ओर जाता है, तब प्रश्न यह नहीं है कि कौन क्या मार्ग चुने। प्रश्न  यह वास्तविक हो जाता»

योगी की भांति यादव ने भी तोड़ी प्रथा ! रात रहे महाकाल नगरी में !!

 शायद भाजपायी राजनेताओं का ही भाग्य रहा कि दकियानुसी हिंदूवादी अवधारणाओं को समूल तोड़ें। वर्ना उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदे»

एक सदा यादगार त्रासद दास्तां ! इन्दिरा गांधी की एमर्जेंसी-1975 !!

समकालीन इतिहास की अत्यंत त्रासद घटना पर बनी कंगना रानौत की फिल्म “एमर्जेंसी” अब नूतन वर्ष में दिखाई जाएगी। गत माह की तार»

कांग्रेसी करोड़पति सांसद, उधर आदिवासी विधायक, मगर निर्धन !

दो दृष्टांत है : राजनीतिक कदाचार और सदाचार के। दोनों ताजा घटनाएं हैं। कल (8 नवंबर 2023) की। एक पर नाज तथा हर्ष होता है,»