सचमुच सुशील
सुशील मोदी पटना में जन्मे। वहीं पढ़ाई की। पढ़ाई के दौरान सच के लिए लड़ाई लड़ना सीखा। पढ़ाई छूट गई और जो लड़ाई छेड़ी, वह आजीवन च»
सुशील मोदी पटना में जन्मे। वहीं पढ़ाई की। पढ़ाई के दौरान सच के लिए लड़ाई लड़ना सीखा। पढ़ाई छूट गई और जो लड़ाई छेड़ी, वह आजीवन च»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानते हैं कि जन-ंमन में आज अगर कोई आशंका है, तो वह क्या है? उसका ही उत्तर है,पूरे मंत्रिमंडल क»
लोकसभा चुनाव – 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी समेत अनेक क्षेत्रीय दलों से आए»
संविधान नियमों, अधिनियमों का संग्रहण या दस्तावेज मात्र नहीं होता. यह लोकतंत्र का प्राण तत्व है, उसकी जीवंतता आधार है. 26»
आज ही के दिन यंग इंडिया में गांधी जी ने आजादी के पहले पंचायतें शीर्षक से एक लेख लिखा था। पंचायतों को गांधी जी के नजरिए स»
अत्यंत सचेत हो गया है सुप्रीम कोर्ट लोकसभा चुनाव के विषय में।17 मई 2024को प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने निर्वाचन»
प्रसिद्ध आंचलिक उपन्यासकार फणीश्वरनाथ रेणु लिखते हैं, ‘जात क्या है ! जात दो ही हैं, एक गरीब और दूसरी अमीर.’»
लोकसभा का यह आम चुनाव भविष्योन्मुखी है। कैसे और क्यों? यही जानने का विषय है। इससे पहले के ज्यादातर चुनाव अतीत की»
देश में धार्मिक आधार पर आरक्षण को लेकर शुरू से ही बहस होती रही है। लोकसभा या विधानसभा चुनावों के दौरान सत्तापक्ष और विपक»
हेमंत शर्मा ने अपनी पुस्तक ‘राम फिर लौटे’ के जरिये रामतत्व, रामत्व और पुरुषोत्तम स्वरूप की विराटता से लोगों को प»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 नवंबर, 2015 को अपने भाषण में कहा कि ‘सरकार का एक ही धर्मग्रंथ है-भारत का संविधान। देश सं»
लोकसभा का चुनाव चल रहा है। भारतीय जनता पार्टी अपने दस साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा जनता के सामने रख रही। मोदी सरकार अपने»
चुनावों में नारों की बड़ी अहमियत होती है। कई बार नारों ने देश और प्रदेश की सत्ता को बदलने का काम किया है। वर्ष 1971 के आम»
लोकसभा चुनाव – 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी समेत अनेक क्षेत्रीय दलों से आए»
विगत एक – डेढ़ दशकों से देश की सबसे पुरानी पार्टी का शीर्ष कांग्रेस नेतृत्व वामपंथ के मोह में जकड़ा हुआ है। राहुल गा»
भारत में चुनाव को लोकतंत्र के महापर्व के तौर पर देखा जाता है। यहां पर चुनावों के दौरान विविध पृष्ठभूमि के उम्मीदवार चुना»
एक सुखद अन्वेषण है जर्मनी और हालैंड के शोधकर्ताओं का कि आशीर्वाद देने से अवसाद, चिंता, दर्द आदि कम हो जाते हैं। बुजुर्गो»
संसदीय निर्वाचन के दौरान सूनसान दक्षिणी द्वीप कच्छ्तिवु भी सुनामी की भांति खबरों में उमड़ पड़ा है। आखिरी बैलेट पर्चा मतपे»
लोकसभा चुनाव में नए कलेवर में एक पुराना विवाद अब वागवितंडा के आयाम लिए सर्जा है। बांग्लाभाषियों का आग्रह है कि नेताजी सु»