राजनाथ की हुंकार, मोदी की ललकार ! पाक को चेताया : “घुसकर मारेंगे।”
दिल को बहुत नीक लगा। बड़ा मनभावन भी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का दिल्ली में ओजस्वी बयान था : “आतंकी को पाकिस्तान म»
दिल को बहुत नीक लगा। बड़ा मनभावन भी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का दिल्ली में ओजस्वी बयान था : “आतंकी को पाकिस्तान म»
वर्षा का मौसम आए तो दादर न टर्राए ? ठीक ऐसे ही कतिपय प्रत्याशी भी ऐन चुनाव के वक्त ही उपजते हैं। गंभीर और कड़वाहटभरी राज»
अंततः अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही भाजपा का राजयोग सुनिश्चित हो गया उधर राहुल गाँधी अपनी चुनावी यात्र»
यूं तो सिंदूर लगाना अब केवल मान्य संस्कारिक रिवायत है। क्रमशः हिंदुओं में यह प्रतीकात्मक भी हो गई। मगर इंदौर के परिवार क»
इस बार के लोकसभा चुनाव में राष्ट्र के सबसे खास दामाद रॉबर्ट वाड्रा अदृश्य हैं। पिछली बार अमेठी मे बड़े सक्रिय थे। नेहरू-प»
अमूमन हर चुनाव की ऐन बेला पर किसी न किसी राजनेता का यौन प्रकरण उछलता ही रहता है। इस बार तृणमूल सांसद लावण्यवती महुआ मोइ»
प्रख्यात संपादक, जानेमाने स्वाधीनता-सेनानी और प्रथम संसद (राज्य सभा) के सदस्य (1952), श्री कोटमराजू रामा राव अपने दौर के»
गत सप्ताह इस महान वैज्ञानिक पर बनी फिल्म ओपरहाइमर को सात प्रतिष्ठित ऑस्कर पुरस्कार से हॉलीवुड में नवाजा गया। सात दशकों ब»
2024 के आम चुनाव की तैयारियों ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है. इस रणभूमि की मौजूदा स्थिति यह है कि सत्तापक्ष अपने कील-कां»
अठारहवीं लोकसभा के मतदान में अठारह वर्ष के करीब दो करोड़ नवपंजीकृत वोटर होंगे। बड़ा दारोमदार इस समूह पर होगा, अगली भारत स»
मुंबई में फलों का राजा आम गत सप्ताह ही प्रगट हो गया है। हालांकि माह फरवरी ही है। वह पड़ोसी गोवा से आता है। चेन्नई में तो»
कौन यहां किसका अपना ,है जग केवल कोरा सपना है , छलना तो केवल छलना है , साँसों के हर तार बंधे हैं , जीवन को बरबस जलना है »
हम श्रमजीवी पत्रकारों की नजर में संपादक अज्ञेय आज (07 मार्च 2024) 113वीं जयंती है। एक रूमानी व्यक्ति रहे। कथित प्रगतिशील»
उन इस्लामी प्रबुद्धजनों का साथ हर देशप्रेमी भारतीय को देना चाहिए जिन्होंने (4 मार्च 2024) को एक जन-अभियान चलाया। इसमें»
इंदौर। अतीत के अध्ययन से वर्तमान में उसकी समीक्षा होती है और भविष्य के लिए उसकी कार्ययोजना बनती है। साठ के दशक में बीसवी»
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में कस्तूरबा गांधी की पुण्यतिथि निराले ढंग से मनाई गई। यह अवसर विशेष बन गया। गांधी जी»
पिछली सदी में एक साहित्यसेवी हुये थे। नाम था ”कान्त”। कुशवाहा कान्त। पाठक उनके असंख्य थे। सभी उम्र के। गत वर»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, यह हमारी सरकार का सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधर»
एक युगांतकारी निर्णय में भारतीय नौसेना ने अपने भोजन मैस में अफसरों को टाई कोट आदि के ब्रिटिश पोशाक को तजकर पैजामा कुर्ता»