पाकिस्तान जल रहा हैं. लाहौर तो युध्द भूमि बन गया हैं. पाकिस्तान की जनता कल रात से सडकों पर हैं. क्या जवान, क्या बूढे, क्या औरतें, क्या बच्चे.. सभी सडकों पर हैं. सारा गुस्सा वर्दी पर उतर रहा हैं.
_ये तो दहशतगर्दी हैं.._
_इसके पीछे वर्दी हैं..!_
ऐसे नारे पाकिस्तान की सडकों पर गूंज रहे हैं.
रोटी – रोटी के लिए मोहताज पाकिस्तान का गुस्सा फट पडा हैं, इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर. लेकिन पाकिस्तानियों की समझ मे नही आ रहा हैं कि गुस्सा किस पर उतारे. किसने उनको इस हालात मे ढकेला हैं, यह वें समझ नही पा रहे हैं. सभी नेताओं की हुकूमत बेईमानी और भ्रष्टाचार से लबालब रही हैं. इमरान खान भी कोई दूध के धुले नही हैं. तोशखाना गबन कांड के आरोपी हैं. लेकिन अभी तो इमरान खान, पाकिस्तानियों की लडाई के प्रतीक हैं. पाकिस्तानियों की आजादी के प्रतीक बने हैं.
आज पूरी दोपहर, लाहौर की पुलिस, वकिलों के डंडों से पिटती रही. कराची, इस्लामाबाद, मुलतान, हैदराबाद, पिंडी, पेशावर समवेत पाकिस्तान के अनेक शहरों मे, पुलिस और आर्मी पर पेट्रोल बम से हमले होते रहे. सेना के विरोध मे लोगों का गुस्सा बढता जा रहा हैं.
भारत से अलग हुआ पाकिस्तान आज अराजकता से जूझ रहा हैं. गरिबी से लड रहा हैं. दुनिया के सामने भीख का कटोरा लिये घूम रहा हैं. ‘इस्लाम यह किसी भी देश के लिये स्थिरता की, विकास की और संपन्नता की गारंटी नही हो सकता’, यह सिध्द हो रहा हैं..!