दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक पेप्सिको की सीईओ इंदिरा नूई पद छोड़ रही हैं.
भारतीय मूल की इंदिरा नूई 12 सालों से पेप्सिको की प्रमुख थीं.
इंदिरा नूई व्यापार जगत में शीर्ष पर पहुंचने वाली चुनिंदा महिलाओं में शामिल हैं और वो फोर्ब्स पत्रिका की सौ सबसे प्रभावशाली महिलाओं की सूची में लगातार बनी हुईं थीं.
बीते साल वो इस सूची में 11वें नंबर पर थीं. 62 वर्षीय नूई 24 सालों से पेप्सी के साथ जुड़ी हुईं थीं.
2006 में इंदिरा नूई के कमान संभालने के बाद से पेप्सिको के शेयर में 78 फ़ीसदी का इज़ाफ़ा हो चुका है.
कंपनी के मौजूदा प्रेसीडेंट रामोन लाग्वार्टा नूयी की जगह लेंगे.
पेप्सिको की ओर से जारी बयान के मुताबिक लाग्वार्टा 3 अक्तूबर को सीईओ का पद संभालेंगे और कंपनी को बोर्ड में भी शामिल हो जाएंगे.
लाग्वार्टा 22 सालों से पेप्सीको के साथ जुड़े हुए हैं और वो कंपनी के वैश्विक व्यापार को देखते थे. नूई 2019 के शुरुआती महीनों तक पेप्सिको बोर्ड की चैयरमेन बनी रहेंगी.
- इंदिरा नूई का जन्म चेन्नई में हुआ था और आरंभिक शिक्षा दीक्षा भी चेन्नई में ही हुई.
- विज्ञान विषयों से ग्रैजुएशन करने वाली इंदिरा ने बाद में कोलकाता के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से मैनेजमेंट की पढ़ाई की और भारत में ही अपना करियर शुरु किया
- कुछ वर्षों तक काम करने के बाद इंदिरा पढ़ाई करने के लिए अमरीका गईं और वहां येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से उन्होंने पढ़ाई की.
- कई कंपनियों में काम करने के बाद 1994 में इंदिरा ने पेप्सिको ज्वाइन किया. 38 वर्ष की उम्र में उन्होंने पेप्सिको में लंबी अवधि की नीतियां बनाने की प्रमुख के तौर पर ज्वाइन किया.
- 10 साल के बाद 2004 में कंपनी की मुख्य फाइनेंस अधिकारी और 2006 में वो कंपनी की सीईओ बनीं.
- इंदिरा पेप्सिको का नेतृत्व करने वाली न केवल पहली महिला हैं बल्कि पहली विदेशी भी. 2006 के बाद से वो दुनिया की शक्तिशाली महिलाओं की सूची में लगातार शामिल रही हैं.
- वर्ष 2007 में उन्हें भारत का प्रतिष्ठित पद्म भूषण सम्मान भी दिया गया था.
- इंदिरा नूई शाकाहारी हैं और अपने दफ्तर में गणेश भगवान की मूर्ति रखती हैं.
- इंदिरा को संगीत का शौक है और दफ्तर में वो अक्सर ऊंची आवाज़ में गुनगुनाती हुई दिखाई देती हैं. उनके पसंदीदा संगीत में बीटल्स भी हैं.
- इंदिरा की बहन चंद्रिका टंडन को 2001 में ग्रैमी अवार्ड के लिए नामांकन भी मिल चुका है.